ज्योतिषाचार्य पंडित हरिओम शर्मा जी को उज्जैन में सभी हिंदू धार्मिक पूजा कराने का दस वर्षों का अनुभव है। वह 100 प्रतीशत परिणाम के साथ काल सर्प दोष पूजा, पितृ शांति पूजा, मंगलभात पूजा, महा मृत्युंजय जाप अनुष्ठान में विशेषज्ञ हैं।
ज्योतिषाचार्य पंडित हरिओम शर्मा जी एक विद्वान पंडित हैं जो को अवंतिका नगरी अर्थात उज्जैन में अनेक प्रकार के धार्मिक आयोजन एवं पूजा पाठ जैसे कालसर्पदोष पूजा , मंगल भात पूजा करवाने में विशेषता हैं
उज्जैन भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित एक प्रमुख शहर है, जो प्राचीन समय से ही महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। इसका प्राचीन नाम 'उज्जैनी' है और यह महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के स्थान के रूप में मशहूर है, जिसे 'महाकालपुरी' भी कहा जाता है।
महत्वपूर्ण स्थल: महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग: उज्जैन का सबसे प्रमुख और पवित्र स्थान महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग है, जो भगवान शिव को समर्पित है। महाकालपुरी में हर द्वादश वर्ष महाकुंभ मेला आयोजित होता है जिसमें लाखों श्रद्धालु भगवान की अर्चना के लिए इकट्ठा होते हैं। कालीदास प्रमेय: उज्जैन ने विशेषता से कालीदास, संस्कृत के महाकवि, के प्रसिद्धता का शहर के रूप में प्रदर्शन किया है। कुंभ शक्तिपीठ: महाकालेश्वर मंदिर को कुंभ शक्तिपीठ के रूप में भी जाना जाता है, जहां माता सती का दक्ष यज्ञ की पुर्वकथा से जड़ा हुआ है। विक्रमादित्य की स्तूप: उज्जैन में विक्रमादित्य की स्तूप, जिसे मालव के बौद्ध सांतों की विश्राम स्थल के रूप में जाना जाता है, भी स्थित है। गोपाचल पर्वत: यहां का गोपाचल पर्वत भी एक प्रमुख पर्वत है जो कई धार्मिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। ऐतिहासिक महत्व: उज्जैन का ऐतिहासिक महत्व है और यह प्राचीन समय से ही भारतीय सभ्यता के अभिव्यक्ति का केंद्र रहा है। यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक और शिक्षात्मक केंद्र रहा है जो समृद्धि और सांस्कृतिक विकास के लिए जाना जाता है।
Call Now : +917999646783हम उज्जैन में विद्वान पंडित द्वारा विभिन्न प्रकार के कर्म-कांड एवं पूजा पाठ करवाते हैं
कालसर्प दोष पूजा को कालसर्प योग भी कहा जाता है। कालसर्प पूजा तब होती है जब सभी ग्रह राहु और केतु के बीच आते हैं|कालसर्प हानि, दुविधा, बाधा को सूचित करता है. कुंडली में कालसर्प होने से कितने लोगो को कष्ट हुवा है|कालसर्प पूजा उज्जैन दोष निवारण के लिए की जाने वाली पूजा व्यक्ति की अनुपस्थिति में भी की जा सकती है|
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मंगल पूजा उज्जैन तब की जाती है जब व्यक्ति के जीवन में विवाह संबंधी समस्याएं होती हैं। मंगलनाथ मंदिर इस पूजा के लिए प्रसिद्ध है. यह मंगल ग्रह के साथ जुड़ा हुआ है। मंगल आत्म-सम्मान, स्वभाव, अहंकार और संघर्ष का प्रतिनिधित्व करता है।विवाह पर इसका प्रभाव समस्याएं ही बढ़ाता है, मंगल पूजा कर के यह दोष दूर किया जाता है|
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पितृदोष पूजा करने से सभी दोषो का निवारण हो जाता है.अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद विधि से अंतिम संस्कार न किया जाए तो पितृदोष होता है, या फिर किसी की अकाल मृत्यु हो जाए तो व्यक्ति के परिवार को कई पीढ़ियों को तक पितृदोष के परिणाम झेलने पड़ते है| इससे मुक्ति के लिए पितृदोष पूजा उज्जैन की जाती है|
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नवग्रह नौ ब्रह्मांडीय वस्तुएं हैं और ऐसा कहा जाता है कि इनका मानव जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। ये नौ ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहू और केतु हैं।नवग्रह नौ ब्रह्मांडीय वस्तुएं हैं और ऐसा कहा जाता है कि इनका मानव जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। ये नौ ग्रह सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, बृहस्पति, शुक्र, शनि, राहू और केतु हैं।
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वास्तु दोष पूजा एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है, जो वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर या कार्यस्थल में होने वाले दोषों को दूर करने के लिए की जाती है। जैसे कि दरवाजों या खिड़कियों की गलत स्थानन, किचन या बाथरूम की गलत स्थानन, आदि। वास्तु दोष पूजा घर की ऊर्जा को संतुलित करके व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि, और शांति लाने में मदद कर सकती है।
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रुद्राभिषेक पूजा हिन्दू धर्म में भगवान शिव की पूजा है, जिसमें शिवलिंग को पवित्र जल, दूध, धन्य, देवद्रव्य, और बिल्वपत्र के साथ समर्पित किया जाता है। इस पूजा के माध्यम से भगवान शिव की कृपा प्राप्त की जा सकती है और व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि, और आनंद की वर्षा हो सकती है। यह पूजा मन, शरीर, और आत्मा को पवित्र करने के लिए की जाती है और शिव भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक अनुष्ठान है।
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जिस किसी पुरुष या स्त्री के विवाह मे विलम्ब हो रहा हो या अन्य किसी दोष को दूर करने के लिए उस पुरुष के विवाह के पूर्व सूर्य पुत्री जिन्हे अर्क वृक्ष के रूप मे पूजा जाता है के साथ विवाह किया जाता है, जिससे उस पुरुष के विवाह मे आ रहे समस्त प्रकार के दोषो से मुक्ति मिल जाती है। पुरुष का विवाह से पूर्व किए गए इस प्रकार के विवाह को अर्क विवाह पूजा के नाम से जाना जाता है।
Read More... Call Nowडॉक्टर के पास आप बीमार पडने पर ही नहीं जाते, गर्भ में बच्चे के आने के बाद ही उससे सलाह लेकर काम करना आरंभ कर देते हैं ! कानून की मदद आप झंझट में पडने के बाद नहीं लेते, वरन् होश संभालने के बाद ही कानून का पालन करते हैं ! गुरू के संपर्क में तब नहीं जाते जब आप गुमराह हो जाते हैं, वरन् जीवन की शिक्षा पाने के लिए पहले से गुरू की सलाह लेते हैं ! फिर एक ज्योतिषी के पास जाने के लिए आप बुरे समय का इंतजार क्यों करते हैं?
20 May, 2025
भारत एक ऐसा देश है जहां तरह-तरह के त्योहार मनाए जाते हैं। यहां हर धर्म, समुदाय और क्षेत्र के लोग अपने खास त्योहार मनाते हैं, जो उनकी परंपराओं और संस्कृति से जुड़े होते हैं। 2025 में महीनों के अनुसार त्योहारों की सूची...
Read More...21 April, 2025
अगर आप कर्कोटेश्वर दर्शन करेंगे तो आपका कालसर्प, सर्प दोष, नागदोष तीनो दूर होगा| कर्कोटक कालसर्प दोष किसी व्यक्ति की कुंडली में तब उत्पन्न होता है जब केतु ग्रह कुंडली में दूसरे स्थान पर होता है। और राहु आठवें स्थान पर है।
Read More...21 April, 2025
विक्रांत भैरव उज्जैन के सिद्ध अष्ट भैरव मंदिरों में से एक है, जो अपने चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है. यह मंदिर श्मशान भूमि पर स्थित है और माना जाता है कि यहां भगवान भैरव अपने भक्तों को दर्शन देते हैं.
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