Blog / ज्योतिषाचार्य श्री योगेश जोशी जी / 1 April, 2025
अमावस्या तिथि हिंदू धर्म में विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, अमावस्या 30 दिन में आती है, जो कृष्ण पक्ष की आखिरी तिथि होती है। इस दिन आकाश में चांद नजर नहीं आता है। हिंदू धर्म में इस दिन का बहुत महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन पितृ लोक से हमारे पूर्वज धरती पर आते हैं। इस दिन श्राद्ध कर्म और तर्पण करने से पितर प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन दान करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। अन्न, वस्त्र, और धन का दान पितरों की आत्मा की तृप्ति के लिए किया जाता है, जो परिवार की सुख-समृद्धि और शांति के लिए अनुकूल होता है। अमावस्या तिथि हिंदू धर्म में विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, अमावस्या 30 दिन में आती है, जो कृष्ण पक्ष की आखिरी तिथि होती है। आइए जानते हैं साल 2025 में कब-कब अमावस्या तिथि आएगी।
साल भर में 12 अमावस्या तिथि आती हैं और दिन के हिसाब से जब अमावस्या तिथि सोमवार, मंगलवार और शनिवार को आती है, तब इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। सोमावर को अमावस्या तिथि होने पर सोमवती अमावस्या, मंगलवार के दिन भौमवती अमावस्या, शनिवार के दिन शनि अमावस्या कहते हैं। इसके अलावा अन्य अमावस्या तिथि का भी विशेष महत्व है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अमावसा को चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच में होता है, जिसके कारण चंद्रमा दिखाई नहीं देता और पृथ्वी पर चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव अधिक होता है। इस दिन जप-तप, पूजा-पाठ या पितरों के नाम का दान करने का विशेष महत्व है।